श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्विद्यालय
महामहोपाध्याय पदम श्री डॉ. मण्डन मिश्र ग्रन्थालय प्रस्तावना
विश्विद्यालय पुस्तकालय एक विस्तृत क्षेत्र में स्थित है जिसका जमीनी तल क्षेत्र २९० वर्गमीटर है और प्रथम तल क्षेत्र ५८६ वर्गमीटर है । इसमें विभिन्न विषयों की ६३,९२६ किताबें है. वर्तमान आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए पुस्तकालय में 35 पत्रिकाओं की सदस्यता है। पुस्तकालय जरूरतमंद छात्रों को बुक बैंक की सुविधा भी प्रदान करता है. वर्ष 2003-2004 बुक बैंक में 4550 पुस्तकों का संग्रह था ।
यह निर्देश पुस्तिका श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्विद्यालय (पुस्तकालय नियम-(उचयविनियम) 2005 है। विश्विद्यालय पुस्तकालय एक ज्ञान रूपी संग्रह है और इसका नाम महामहोपाध्याय पदमश्री डॉ- मण्डन मिश्र ग्रन्थालय है। पुस्तकालय में संस्कृत, ग्रन्थों, वेद, उपनिषद्, स्मृतियाँ, दर्शन, ज्योतिष, पौरोहित्य, व्याकरण, धर्मशास्त्र इत्यादि से सम्बन्धित ज्ञानवर्द्धक पुस्तकों का विशद् संग्रह हैं, जिससे छात्र, छात्रएं, विद्वान शोधार्थी तथा अन्य ग्रंथ पिपठिषु व्यक्ति लाभान्वित होते हैं।
यह पुस्कालय नियमविनियम तत्काल रूप से तथा माननीय कुलपति महोदय की स्वीकृती के पश्चात् लागू होगा।
परिभाषाः
- कुलपति अर्थात विश्विद्यालय के माननीय कुलपति, श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्विद्यालय, नई दिल्ली।
- कुलसचिव अर्थात विश्विद्यालय के कुलसचिव महोदय।
- पुस्तकालयाध्यक्ष/सहायक पुस्कालयाध्यक्ष अर्थात विद्यापीठ के पुस्तकालयाध्यक्ष/सहायक पुस्ककालयाध्यक्ष।
- ‘पुस्तकालय’ अर्थात ‘विश्विद्यालय पुस्तकालय’ श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्विद्यालय।
पुस्तकालय समितिः
पुस्तकालय समिति की आवश्यकता निम्न कारणों से है।
- समिति विश्विद्यालय प्रशासन तथा पुस्तकालयाध्यक्ष के बीच कड़ी काम करते हैं।
- पुस्तकालयीय आवश्यकताओं को विश्विद्यालय प्रशासन के समक्ष प्रस्तुत करने तथा अधिक आर्थिक सहायता प्रदान कराने से सहायक होती हैं।
- पुस्तकालय मानदंडो के अनुरूप आर्थिक सहायता का सही आकलन करती है।
- पुस्तकालय संबंधित महत्वपूर्ण निर्णयों के लिए पुस्तकालयाध्यक्ष की मदद करती है।
- पुस्तकालयीय नियमों के निर्माण में सहायक।
- पुस्तकालयीय सुधारों के लिए महत्वपूर्ण निर्णय करती है।
पुस्तकालय समितिशक्तियां तथा कार्यः
- पुस्कालय के लिए नियम तथा लक्ष्य निर्धारित करना।
- सुधार तथा विकास के लिए कार्य करना।
- पुस्तकालय में अधिक ज्ञानवर्द्धक तथा उपयोगी पुस्तकों की खरीद हेतु निर्णय करना।
- फटी, पुरानी पुस्तकों को पुस्तकालय से बाहर करने संबंधी नियम बनाना।
- पुस्तकालयध्यक्ष द्वारा प्रस्तुत मांगों से प्रशासन को अवगत कराना तथा स्टाफ के कार्यों सम्बन्धित नीति बनाने में सहायक करना।
- वार्षिक रिपोर्ट तथा अन्य महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराने में सहायता करना।
- पुस्तकों के क्रय संबंधी, स्टाफ की भर्ती तथा अधिक फंड संबंधित सहायक समितियों का गठन करना।
पुस्तकालयध्यक्ष/सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष पुस्तकालय संबंधित सभी जिम्मेदारियों का निर्वाह करते हुए माननीय कुलपति तथा कुलसचिव के प्रति कार्यों के लिए जवाबदेह होंगे। पुस्तकालय कार्यों के त्वरित निर्वाहन, निरीक्षण, प्रशासन तथा सहायता हेतु निम्न की समिति होगी
माननीय कुलपति/प्रतिनिधि | प्रधान |
अध्यक्ष, शोध तथा प्रकाशन विभाग | सदस्य |
पुस्तकालयाध्यक्ष/सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष | सदस्य |
गैर शिक्षण स्टाफ का एक प्रतिनिधि जिसे | सदस्य |
कुलपति द्वारा नांमाकित किया जाएगा | सदस्य |
यह समिति पुस्तकालयीय नियम तथा विकास के लिए नीतियों का निर्माण करेगी व समय- समय पर पुस्तकालीय समस्याओं का अवलोकन कर उचित कार्यवाही करेगी।
समसारणी
- प्रातः 9ः30 बजे से सायं 6ः00 बजे तक सभी कार्यालीय दिवस।
- शनिवार तथा रविवार (अवकाश)
वाचनालय समय
- सायंकालीन 6ः00 बजे से 7ः00 बजे तथा शनिवार प्रातः 10ः00 बजे से 1ः00 बजे तक।
पुस्तकालय संग्रह
- 65,000 पाठ्य तथा सन्दर्भ पुस्तकें।
- बुक बैंक 4550 पुस्तक।
- 17 पत्रिकाएं तथा मैगजीन)
स्टाफ | संख्या | |
---|---|---|
1 | सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष | 1 |
2 | प्रोफेशनल असिस्टेंट | 3 |
3 | सेमी असिस्टेंट | 2 |
4 | पुस्तकालय अटेन्डेन्ट | 1 |
5 | ग्रुप डी | 3 |
सदस्या
पुस्तकालयीय सदस्यता नियमानुसार निम्नलिखित के लिए हैः&
- सभी शिक्षकों, गैर शिक्षक स्टाफ।
- छात्र जिन्होंने विश्विद्यालय में प्रवेश लिया है व पुस्तकालयीय सुरक्षित धन जमा कराया है।
- विशेष सदस्य (माननीय कुलपति की संस्तुति पश्चात्)
पुस्तक लोन अवधिः
माननीय कुलपति के लिए कोई नियम नहीं हैं।
श्रेणी | पुस्तक संख्या | अवधि | फाईन नियम |
---|---|---|---|
शिक्षक | 25 | 1 माह | 45 दिन तक कोई जुर्माना नहीं तथा |
पश्चात् प्रतिदिन 1 रुपया। | |||
शोधार्थी | 5 | 1 माह | 1 रुपया प्रतिदिन (पाठ्यपुस्तक) तथा प्रतिदिन अन्य पुस्तक। |
छात्र | 3 | 15 दिन | 1 रुपया प्रतिदिन (पाठ्यपुस्तक) तथा प्रतिदिन अन्य पुस्तक। |
विशेष सदस्य | 2 | 15 दिन | 1 रुपया प्रतिदिन (पाठ्यपुस्तक) तथा प्रतिदिन अन्य पुस्तक। |
अन्य अफसर/ पश्चात | 15 | 20 दिन विभागीय अध्यक्ष | 35 दिनों तक कोई जुर्माना नहीं उसके 1 रुपया प्रतिदिन |
गैर शिक्षक स्टाफ | 10 | 15 दिन विभागीय अध्यक्ष | 30 दिनों तक कोई जुर्माना नहीं उसके पश्चात 1 रुपया प्रतिदिन |
पुस्तकालय सुरक्षित राशिः
क्र- संख्या | कक्षा | राशि प्रतिवर्ष | वापस धन | वापस धन |
---|---|---|---|---|
1 | शास्त्री | 300 | 200 | 500 |
2 | शास्त्री सम्मानित | 300 | 200 | 500 |
3 | आचार्य | 300 | 200 | 500 |
4 | शिक्षा शास्त्री | 350 | 300 | 650 |
5 | शिक्षाचार्य | 350 | 300 | 650 |
6 | विद्यावारिधि | 1000 | 300 | 1300 |
7 | विशेष सदस्य | 1000 | 300 | 1300 |
पुस्तकालय
विश्विद्यालय का एक समृद्ध पुस्तकालय है। विश्विद्यालय में प्रवेश लेने वाले छात्र निर्धारित ‘‘पुस्तकालय सुरक्षित धन’’ जमा करवाकर पुस्तकालय के सदस्य बन सकते हैं।
- पुस्तकालय में प्रवेश करते समय द्वार पर रखे रजिस्टर की प्रविष्टियों को पूर्ण करके तथा अपना -हजयोला, छाता, पुस्तकें,मुद्रित सामग्री आदि यथास्थान रखकर ही पुस्तकालय में प्रवेश करें। द्वार पर बैठे कर्मचारियों को अपनाप प्रवेशपत्र दिखाना अनिवार्य है। बिना प्रवेशपत्र दिखाये पुस्तकालय में प्रवेश वर्जित है।
- बहुमूल्य वस्तुएँ, रुपयापैसा, आभूषण आदि गेट पर न रखें, उसे अपने पास ही रखें। ऐसी वस्तुओं के रखने पर यदि वे गायब हो जायें तो पुस्तकालय उसका उत्तरदायी नहीं होगा।
- विद्यार्थी को 15 दिनों के लिए पुस्तक दी जाती है। यदि पुस्तक 15 दिन में नहीं लौटाई गई तो पाठ्यपुस्तक पर 01 रुपये तथा सामान्य पुस्तक पर 50 पैसे प्रतिदिन की दर से विलम्ब शुल्क देना होगा।
- को एक ही पुस्तक की दो प्रतियाँ नहीं निर्गत की जायेगी। विना परिचयपत्र दिखाये पुस्तक निर्गत नहीं की जायेगी।
- एवं स्नातकोत्तर विषयों की पाठ्यपुस्तकें शिक्षा शास्त्री के छात्रें को तथा शिक्षाशास्त्री की पाठ्य पुस्तकें स्नातक/स्नातकोत्तर छात्रें को नहीं निर्गत की जायेगी।
- पुस्तकें, कोश तथा बहुमूल्य पुस्तकें निर्गत (इशू) नहीं की जाएंगी।
- पुस्तक खो जाने अथवा खराब हो जाने की स्थिति में पुस्तक लेने वाले को वैसी ही पुस्तक लेकर देनी होगी अथवा पुस्तकालय के नियमानुसार त्रिगुणित मूल्य चुकाना होगा। पाठक को पुस्तक भलीभाँति देखकर लेनी चाहिए। पुस्तक में दोष पाये जाने पर पुस्तकालयाध्यक्ष को सूचित कर सम्बन्धित कर्मचारी से हस्ताक्षर करवा लेना चाहिए। पुस्तक लौटाते समय उसमे पाये जाने वाले दोष का उत्तरदायित्व छात्र पर होगा तथा वही नई पुस्तक/नियमानुसार मूल्य जमा कराना पड़ेगा।
- पेन या पेन्सिल आदि से चिह्न बनाना नाम लिखना अथवा पन्ने फाड़ना वर्जित है।
- से चोरी छिपे पुस्तकों/पत्रापत्रिकाओं को बाहर ले जाने अथवा पृष्ठों को पफाड़ने की स्थिति में पकड़े जाने पर सम्बन्ध्ति छात्रों की पुस्तकालयीय सदस्यता तत्काल समाप्त करके पुस्तकालय में प्रवेश पर प्रतिबन्ध् लगा दिया जायेगा तथा सुरक्षित धन जब्त करके अग्रिम अनुशासनात्मक कार्यवाही हेतु भेज दिया जायेगा। जिसमें निष्कासन भी है।
- परीक्षा से पूर्व सभी पुस्तकें और पाठकपत्रा वापस करना अनिवार्य है, अन्यथा परीक्षाप्रवेशपत्रा प्राप्त्यर्थ अदेयता प्रमाणपत्र नहीं दिए जाएंगे। पाठक पत्र खोने की स्थिति में दुबारा पाठकपत्र बनाने हेतु एक कार्ड के लिये 10 रुप्ये जमा कराना होगा।
- पत्र अहस्तान्तरणीय हैं। पुस्तकालय द्वारा दिये गये पाठकपत्रें का केवल सदस्य विशेष ही प्रयोग कर सकता है। अन्य व्यक्ति किसी सदस्य विशेष के पाठकपत्रें पर पुस्तकें नहीं ले सकेगा। ऐसा करने पर सम्बन्धित छात्र की पुस्तकालय सदस्यता समाप्त कर दी जाएगी।
- पुस्तकालय में शान्तिपूर्वक बैठना एवं अध्ययन करना अपेक्षित है। किसी भी तरह का शोरगुल, उच्च स्वर में बातचीत तथा मोबाइल फोन का प्रयोग भी वर्जित है।
- पत्रिकाएँ पढकर यथास्थान रखें, बिना स्वीकृति के किसी भी पुस्तक अथवा पत्र पत्रिका को पुस्तकालय से बाहर ले जाना वर्जित है। पत्रिकाओं को वाचन कक्ष मे पढ़ने के लिए अपना परिचयपत्र देकर प्राप्त कर सकते हैं।
- पाठक पुस्तकालयीय पुस्तक पुस्तकालय के अन्दर ही बैठकर पढ़ना चाहे तो उसे आभ्यन्तर निर्गमन कराना अनिवार्य है।
- पुस्तकालय के नियम पालन न करने की स्थिति में किसी भी व्यक्ति की सदस्यता समाप्त करने का अधिकार पुस्तकालयाध्यक्ष को है।
- पुस्तकालय में बुक बैंक की भी व्यवस्था है । सभी छात्रें को सत्रन्त तक दो पुस्तकें निर्गत की जाती है।
- यदि आवश्यक हो तो पुस्तकालयाध्यक्ष पुस्तकों को समय से पहले भी लौटाने का आदेश दे सकता है।
- पुस्तकालयाध्यक्ष की संस्तुति से कुलपति की स्वीकृति के बाद अन्य विश्वविद्यालयों के शोध छात्र एवं अन्य पुस्तकालय ग्रंथ पिपठिषु व्यक्ति भी पुस्तकालय की विशेष सदस्यता निर्धारित रु0 500/सुरक्षित धान जमा कराने पर प्राप्त कर सकेंगे।
सेवाएं:
- पुस्तकालय में ओपन एक्सेस प्रणाली है।
- छात्रों तथा शिक्षकों एवं शोधार्थियों के लिए वाचनालय है।
- न्यूज पेप क्लीपिंग सेवा।
- बुक बैंक के अन्तर्गत प्रत्येक छात्र/छात्रा को 2 पुस्तक इश्यू की जाती है।
- सन्दर्भ सेवा।
- नवीन पुस्तकों तथा जर्नलस का प्रदर्शन।
- फोटोकापी व्यवस्था।
- पुस्तक इश्यू/रिटर्न।
सरकुलेशन समय सारणी
- सोमवार से शुक्रवारः प्रातः 10.30 बजे से दोपहर 1.00 बजे
- दोपहर 2.30 बजे से सायं 4.30 बजे