पुस्तकालय के बारे में

महामहोपाध्याय पद्मश्री डॉo मंडन मिश्र ग्रन्थालय

महामहोपाध्याय पद्मश्री डॉ मंडन मिश्र ग्रंथालय विश्विद्यालय की शैक्षणिक एवं शोध गतिविधिओं में सतत रूप से सहभागी एवं सक्रिय रहा हैं तथा यह ग्रंथालय अपने पारंपरिक एवं आधुनिक संग्रहों के लिए विख्यात हैं l संस्कृत वांगमय के विविध आयामों का संग्रह इस ग्रंथालय की विशेषता हैं तथा वेद, पुराण, उपनिषद्, धर्मशास्त्र, योग, ज्योतिष, व्याकरण, वास्तु, साहित्य, दर्शन, पौरोहित्य, आयुर्वेद, आदि का श्रेष्ठ संग्रह इसे अतिविशिष्ट स्वरुप प्रदान करता हैं l शिक्षा, दर्शन, मनोविज्ञान, हिंदी, अंग्रेजी, तथा अन्य समकालीन साहित्यकारों की रचनाओं का संग्रह इसे ज्ञानभंडार के श्रेणी में ला खड़ा करता है l विभिन्न विषयों से सम्बंधित एक लाख से अधिक ग्रन्थ ग्रंथालय में उपलब्ध हैं l
विश्विद्यालय पुस्तकालय न केवल विश्विद्यालय सदस्यों वरन वैसे सभी संस्कृत स्नेही जनों को पुस्तकालय की सदयस्ता प्रदान करता है जो इस क्षेत्र में अध्ययन एवं शोध करना चाहते है इस प्रकार यह पुस्तकालय संस्कृत के अध्ययन एवं प्रसार में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है l