School of Education

शिक्षाशास्त्र संकाय के अन्तर्गत शिक्षाशास्त्र विभाग श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय का एक प्रमुख विभाग है। विभाग का लक्ष्य संस्कृत शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षण अधिगम प्रणालियों में सामर्थ्य विकसित करने हेतु प्रतिबद्ध, कुशल एवं आत्मविश्वास युक्त शिक्षक एवं अध्यापक शिक्षक तैयार करना है। इस प्रयोजन की सम्प्राप्ति हेतु विभाग का मुख्य ध्येय संस्कृत शिक्षणशास्त्र पर केन्द्रित शिक्षण अधिगम प्रणालियों का प्रभावी नियोजन, अभिकल्पन एवं क्रियान्वयन, नवाचारी कार्यक्रमों को संवर्धित करना तथा अन्तर्विद्यापरक शोध् उपागमों की प्रयोज्यता एवं उपादेयता सुनिश्चित करना है। विभाग द्वारा शिक्षाशास्त्र (बी. एड.), शिक्षाचार्य (एम. एड.), विशिष्टाचार्य (एम. फिल) एवं विद्यावारिधि (पी.एच.डी.) पाठ्यक्रमों का संचालन किया जाता है। शिक्षाशास्त्र (बी. एड.) एवं शिक्षाचार्य (एम. एड.) पाठ्यक्रम NCTE - 2009 एवं संशोधित द्विवर्षीय बी. एड. NCTE अधिनियम 2014 के अनुरूप हैं तथा NCTE द्वारा मान्यता प्राप्त है। इन दोनों पाठ्यक्रमों में प्रवेश शिक्षाशास्त्र (बी. एड.) प्रवेश परीक्षा SSET एवं शिक्षाचार्य (एम. एड.) प्रवेश परीक्षा SAET के आधर पर किया जाता है इसी प्रकार विद्यावारिधि् (पी.एच.डी.) पाठ्यक्रम में प्रवेश विद्यावारिधि प्रवेश परीक्षा (VVET) के आधार पर किया जाता है। जिसे श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली, द्वारा आयोजित किया जाता है। इस पाठ्यक्रम का षडमासिक कोर्सवर्क यू. जी. सी.-2016 के अधिनियमानुसार आयोजित किया जाता है। एक वर्षीय विशिष्टाचार्य (एम. फिल.) शिक्षा पाठ्यक्रम दो सत्रों में संचालित किया जाता है जिसके लिए प्रवेश परीक्षा विद्यापीठ के द्वारा ही आयोजित की जाती है। सम्प्रति यह विभाग उत्कृष्ट भौतिक संसाधनों एवं सुविधाओं से सुसज्जित एवं सम्पन्न है। शिक्षाशास्त्र संकाय के विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करने हेतु विभागीय पुस्तकालय एवं संसाधन कक्ष सहित शैक्षिक प्रौद्योगिकी, शिक्षा मनोविज्ञान, सामाजिक विज्ञान एवं भाषा प्रयोगशालाएं संसाधन एवं सुविध सम्पन्न रूप में उपलब्ध कराई गई हैं। यह विभाग सुयोग्य, सुप्रशिक्षित एवं अनुभवी अध्यापक शिक्षकों से सम्पन्न है तथा वे सभी अपने-अपने विषयों में विशेषज्ञता एवं उत्कृष्ट प्रवीणता रखते हैं। प्रत्येक शैक्षणिक सत्र में विभागीय पत्रिका ‘शिक्षा-ज्योति’ का प्रकाशन किया जाता है जिसमें विभाग द्वारा संचालित सभी पाठ्यक्रम में अध्ययनरत विद्यार्थियों को अपनी रचनात्मक अभिव्यक्ति हेतु अवसर प्रदान किया जाता है। संकाय विकास हेतु शिक्षा क्षेत्रा से जुड़े ज्वलन्त एवं समसामायिक मुद्दों पर विभाग द्वारा प्रतिवर्ष राष्ट्रीय स्तर की संगोष्ठी या कार्यशाला एवं विशिष्ट व्याख्यानों का आयोजन समय-समय पर किये जाते है जिसमें आमंत्रित विषय विशेषज्ञ एवं विभागीय अध्यापक शिक्षक N.C.T.E. एवं U.G.C. नियमों के तहत पाठ्यक्रमों को अद्यतन एवं प्रासंगिक स्वरूप प्रदान करते हैं। शिक्षाचार्य (एम.एड.), विशिष्टाचार्य (एम. फिल) एवं विद्यावारिधि् (पी.एच.डी.) स्तरों पर औपचारिक रूप से किए जाने वाले शोधकार्य मुख्यतः शिक्षा दर्शन, शिक्षा मनोविज्ञान, प्राचीन भारतीय शिक्षा, शिक्षा के सन्दर्भ में शास्त्र समीक्षा आदि विषयों पर केन्द्रित होते है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली द्वारा 2017 में पंडित मदन मोहन मालवीय राष्ट्रीय शिक्षक एवं शिक्षण मिशन के अन्तर्गत शिक्षण अधिगम केन्द्र स्थापित किया गया है जो कि भाषा शिक्षण के संवर्द्धन हेतु कृत संकल्प है तथा समय-समय पर संगोष्ठी, कार्यशाला, सम्मेलन एवं शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करता रहता है। वर्ष 2018 में विश्वविद्यालय के इस विभाग को राष्ट्रीय संसाधन केन्द्र (NRC) एवं संकाय अनुबोधन कार्यक्रम (FIP) केन्द्र के रूप में नामित किया गया है। जिसके अन्तर्गत SWAYAM एवं MOOCS मंचों पर ऑनलाइन लर्निंग हेतु व्याख्यान रिकार्ड कराए गए हैं।