प्रो. शीतला प्रसाद शुक्ल
विभागाध्यक्ष
प्रोफेसर, पुराणेतिहास विभाग
14.09.2023 to 13.09.2026
पुराणेतिहास विभाग इस विश्विद्यालय के महत्वपूर्ण विभागों में से एक है। जो छात्रें के बीच एक लोकप्रिय विषय के रूप में पतिष्ठित है। अनेक छात्र इस विभाग में प्रवेश लेते हैं। इस विभाग का प्रतिनिधित्व 1999 में विश्विद्यालय के तत्कालीन कुलाधिपति श्री के-पी-ए- मेनन ने क्रोऐशिया विश्वविद्यालय यूरोप में अन्ताराष्ट्रिय रामायण शोध संगोष्ठी में किया था। इस विभाग का उद्देश्य विश्व को भारतीय परम्पराओं, सामाजिक मूल्यों, भौगोलिक परिकल्पनाओं, शिल्पकला कौशलादि से परिचित कराना है। इस कार्य हेतु विभाग गहन अनुसंधान तथा शोध द्वारा भारतीय पर्यटन, औषधि संग्रह, भारतीय शैली वाचिक परम्पराओं, एवं पारस्परिक संबन्धों की व्याख्या एवं स्वरूप से शेष विश्व को भारत का परिचय देता है। पुराणों में अन्य भारतीय शास्त्रें से गहन सबन्धों की चर्चा भी विभाग करता है। विभाग द्वारा सारे कार्यों हेतु अनेक प्रयोग, सेमिनार तथा अन्यान्य शैक्षिक गतिविधियॉं संचालित करता है।